पवन जब द्वार पे आए,
मन ॐ नमः शिवाय गाए।
पवन जब द्वार पे आए,
मन ॐ नमः शिवाय गाए।
किस बात का है भय मुझको,
जब भोले मेरा साथ निभाए।
पवन जब द्वार पे आए,
मन ॐ नमः शिवाय गाए।
हर हर महादेव, जय शिव शम्भू!
नमामि शंकर, जय भोलेनाथ!
सुबह की पहली किरण में,
तेरा ही रूप समाए।
खुशबू बने जो फूल खिले हैं,
तेरी ही पूजा में जाए।
मेरा रोम-रोम बस शिव बोले,
जीवन का हर बंधन खोले।
तेरी कृपा की छाया हो,
और मन शिव-शरण में जाए।
हर हर महादेव, जय शिव शम्भू!
नमामि शंकर, जय भोलेनाथ!
तेरी जटा में गंगा विराजे,
माथे पे चंदा सोहे।
तेरी निशानी है त्रिशूल प्यारा,
जिसको सारा जग जोहे।
तेरी शक्ति से संसार चलता है,
तेरी भक्ति में मन पिघलता है।
इस सुबह की बेला में,
बस नाम तेरा ही ध्यान आए।
पवन जब द्वार पे आए,
मन ॐ नमः शिवाय गाए।
किस बात का है भय मुझको,
जब भोले मेरा साथ निभाए।